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गरीबों का मसीहा अखिलेशपति त्रिपाठी


 


 दिल्ली के इतिहास में कांग्रेस के दिग्गज नेता श्री हरकिशन लाल भगत को जहां दिल्ली का बेताज बादशाह कहा जाता था वहीं यह भी सच है कि उनके बाद इस गद्दी पर कोई भी दिग्गज नेता 'बेताज बादशाह' के नाम से नहीं जाना गया है। वहीं दूसरी ओर लालबाग-संगमपार्क वार्ड की कलस्टर बस्तियों में चौ. नत्थूराम नागर अभी तक भी गरीबों के मसीहा के रूप में जाने जाते हैंलेकिन गरीबों का मसीहा यह खिताब अब मॉडलटॉउन विधानसभा के वर्तमान विधायक व जन-जन के लोकप्रिय नेता श्री अखिलेशपति त्रिपाठी ने हासिल कर लिया हैश्री त्रिपाठी के सेवा-सर्मपण भाव के चलते कलस्टर क्षेत्र ही नहीं पॉश कालोनी में रहने वालो ने भी उन्हें लोकप्रियता के शिखर तक पहुंचा दिया है। बीते वर्षों में शायद ही कोई ऐसा दिन गया हो जब उनके निवास स्थान पर अपना-अपना कार्य करवाने आये लोगों की भीड न देखी गई हो। यही नहीं अगर आपको अपने लोकप्रिय विधायक को किसी कार्यक्रम में साथ ले जाना हो तो भी निकलते-निकलते भीड की अधिकता के कारण उन्हें काफी समय लग जाना मामूली बात है। श्री अखिलेशपति त्रिपाठी की विशेषता है कि चाहे कोई भी व्यक्ति उन्हें जानता है अथवा नहीं जानता है। अगर वह व्यक्ति उनकी विधानसभा का निवासी होने की बात भी करता है तो वे उसका काम तुरंत करवाने का प्रयास करते हैं। अक्सर देखा गया है कि उनके यहां अपना काम लेकर आने वालों में दलालों की मध्यस्थता नहीं देखी गयी है। अभी हाल ही में वरिष्ठ पत्रकार जिन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा तब उनकी पत्नी ने विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी को मात्र एक फोन ही किया था कि उनके इलाज की पूरी व्यवस्था गोविन्द वल्लभ पंत अस्पताल में करा दी गईइससे पहले की एम्बुलेंस अस्पताल तक पहुंचती, पहले से ही डॉक्टरों ने पत्रकार महोदय की चिकित्सा का पूर्ण बंदोबस्त कर रखा था और पहुंचते के साथ ही मात्र आधे घंटे के अन्दर-अन्दर ही उनका इलाज किया गया। डॉक्टरों का कहना था कि अगर ईलाज में कुछ समय और व्यतीत हो जाता तो पत्रकार महोदय की जान 10 बचाना मुश्किल थाऐसे बहुत से उदाहरण है जिनका जिक्र करने में ही महीनों निकल जायेंगे। ___ एक सर्वे के अनुसार मॉडलटॉउन विधानसभा क्षेत्र के निवासियों में चर्चा है कि श्री अखिलेशपति त्रिपाठी की बढती लोकप्रियता के चलते नेताओं में भय का माहौल देखा जा रहा है। इसके दिल्ली लिये विपक्षियों का साथ देने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। इसी के चलते उन्होंने तो यहां तक बातें उड़ाई कि त्रिपाठी जी बड़े भाजपा नेताओं से सम्बन्ध बना रहे हैं और ऐन मौके पर भाजपा का दामन थामेंगे। इस अपवादों पर विराम देते हुये श्री त्रिपाठी ने कहा था कि दिल्ली में केजरीवाल और मॉडलटाऊन विधानसभा में आपका भाई अखिलेशपति त्रिपाठी। उन्होने कहा था कि वर्षों से इस विधानसभा में गरीबों की सुध लेने वाला नहीं था पर मेरे आने से उनमें बौखलाहट आ गई है। इस कारण वे मुझे पार्टी की निगाहों में गिराना चाहते हैं। इसमें आप के कुछ स्वार्थी लोग भी शामिल है। उन्हें डर है कि यदि उनके द्वारा की गई तमाम गन्दी कोशिशों के बावजूद भी श्री अखिलेशपति त्रिपाठी को टिकट मिल जाती है तो श्री त्रिपाठी भविष्य में लम्बी रेस के घोड़े साबित होगें। जिससे कि विपक्षियों के राजनैतिक जीवन पर प्रश्न चिन्ह लग सकता है। - संवाददाता


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